बुधवार, 27 जनवरी 2010

रिपब्लिक डे 2010

सभी भारत वासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई । हार्दिक इच्छा है ,देश की सभी समस्याओ का खात्मा हो और देश बहुत तरक्की करे । (पर.... मेरे चाहने से क्या होता है ।)
26 जनवरी का दिन । हर साल की तरह इस साल भी घर के सभी लोग ,मै ,मेरे पति ,दोनो बेटे , अपने-अपने ऑफिस /स्कूलो मे गणतंत्र दिवस मनाने के लिये जाने के लिये तैयार होने लगे । आज सुबह ठंड भी रोज की अपेक्षा कम लग रही है ।मेरे ऑफिस मे सुबह 8 बजे झंडा फहराने का कार्यक्रम है । फटाफट तैयार होना है , रास्ते मे office की friend को भी pick करना है और समय पर पहुचना है ।
तभी छोटे बेटे ने पूछामम्मा ,कब तक घर आ जाओगी?
मै - ”10 बजे तक “
“अच्छा मम्मा, republic का क्या मतलब है ?”
मै – “ मतलब, गणतंत्र “
”गणतंत्र मतलब?”
मै – “मतलब हमारी country मे public का राज है , राज काज public की राय से एवम उसके द्वारा elected representatives के द्वारा किया जाएगा”
“उससे क्या हो जाएगा?”
मै – “ बेटू , अब मुझे देर हो रही है । ऑफिस जाना है ।“
“Happy Republic Day , मम्मा। आज गाडी मे झंडा जरूर लगा लेना ।“
मै- “ OK, Bye”

मै निकल पडी ।
Confused हू । क्या पता Republic day का मतलब मै खुद सही प्रकार से समझ सकी हू कि नही !!! क्या मै समझी और क्या बेटे को समझाया?

PS: अपने ब्लॉग पर तिरंगा लगाना चाहती हूं।

शुक्रवार, 22 जनवरी 2010

3-i - All is Well - क्या सच मे सब ठीक है ?

आमीर खान की 3-I सुपर डूपर हिट रही । पिक्चर बहुत ही अच्छी बन पडी है , इसमे कोइ दो राय नही है ।सभी पात्र, चतुर, वायरस , रेंचो, मिलिमीटर ,डॉ. वांगडु ,..... बहुत बढिया रहे। चतुर का स्टेज पर भाषण ..वाह वाह क्या कहने ।
पिक्चर ने आज के youngsters,college going students एवम teen agers पर गहरी छाप छोडी है ।
कहानी ज़बर्दस्त है ।
परंतु ..कुछ बाते खटक गयी ।
हीरो का हर समय घूमना फिरना, मौज मस्ती मे लगे रहना , यह सन्देश देना कि सिर्फ किताबी पढाई से कुछ नही होगा,..फिर भी exams मे हमेशा टॉप करना !!!
पढाई के दौरान टीचर के दबाव के विरोध मे छात्रों का आत्म हत्या के लिये उतारू हो जाना !!!!

पता नही यह देख कर वे बच्चे जो अभी 10 वी,11वी और 12 वी मे पढ रहे है और किसी ना किसी professional college मे admission के लिये entrance test की तैयारी मे लगे है, क्या सबक लेंगे ।

I hope all is well ,all is going to be well, always...

बुधवार, 13 जनवरी 2010

न्यू ईयर ग्रीटिंग कार्ड

नया साल आकर लगभग दो हफ्ते होने को है ।इस दौरान सभी परिचितो से मेल मिलाप हुआ । दुआ सलाम हुई । नव वर्ष की शुभ कामनाओ का आदान प्रदान हुआ ।

यूं ही कुछ गीनती – हिसाब लगाने पर देखा कि, मेल बॉक्स मे लग्भग 45 से 50 नव वर्ष सन्देश मिले। मोबाइल मैसेज बॉक्स मे भी अन्दाजन 60 से 70 मैसेज थे । (मैसेज बॉक्स दो बार फुल हो गया था !)

लेकिन, लेकिन ... सबसे ज्यादा आश्चर्य एवं खुशी हुई जब मुझे एक इकलौता New Year ग्रीटिंग कार्ड मिला । ऑफिस के एक कलिग (अलग सेक्शन मे कार्यरत् एक ज़ुनिअर ) ने 4 जनवरी के दिन मेरे ट्रेनिंग सेंटर मे आकर नव वर्ष की शुभकामनाओं के साथ हमारे सभी स्टाफ को एक - एक New Year Greeting Card भेंट किया।

मेरे नाम के इस इकलौते शुभ कामना सन्देश से मै इस सोच मे पड गई कि यह बन्दा भी औरो की तरह ईमेल या SMS से अपना काम चला लेता । वो न्यू मार्केट गया होगा , अलग अलग डिज़ाइन के कार्ड्स खरीदे होंगे और फिर उन पर नाम लिखने का काम... ग्रीटिंग्स कार्ड्स देने की परम्परा को जारी रखे हुए ...। वाह भई वाह ! keep it up !

मैने वो कार्ड ऑफिस टेबल की कांच के नीचे सजा कर रखा हुआ है ।

सोमवार, 4 जनवरी 2010

नया साल 2010.

नया साल 2010.
एक और साल बीत गया । नये साल ने पुराने की जगह ले ली है ।
जाते जाते कुछ सनसनी बनाती खबरे है- 19 साल पुराना मामला - पुलीस का बडा अफसर और 14 साल की छोटी सी बच्ची के साथ जोर जबर्दस्ती ?क्या घटना को अंजाम देते समय 42 या 45 साल के वयस्क पुलीस अफसर को स्वयम की बेटी याद नही आई ?
दूसरी खबर नये साल के आगमन के साथ ही - 3 खतरनाक पाकिस्तानी आतंक वादी हिरासत से फरार ... हमारी पुलीस प्रणाली अब भी सो क्यो रही है? देश पर बडॆ बडे आतंकी हमले हो चुके है ।और हमले होने की सम्भावना गुप्तचर एजेंसियो द्वारा बार बार व्यक्त की जा रही है पुलीस अपने काम मे कब चुस्त दुरुस्त होगी? बडा सवाल है ।

इन परीस्थितियो मे भी आशा है नया साल भारत वर्ष के लिये शायद सुख और शांती ले कर आया है ।